EVS का फुल फॉर्म क्या होता हैं? | evs full form | evs full form in hindi
April 3, 2021
EVS का फुल फॉर्म क्या होता हैं जानें?
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evs full form क्या होता हैं?
दोस्तों को बहुत-बहुत स्वागत है आपका हमारी एक और नई शानदार पोस्ट में यदि आप एक स्टूडेंट हैं तो आपने EVS का नाम तो जरूर सुना होगा परंतु क्या आप जानते हैं कि evs full form क्या होता है अगर नहीं तो आज हम आपको ईवीएस की फुल फॉर्म और इसके अतिरिक्त ईवीएस क्या होता है।
और ईवीएस अर्थ क्या है और ईवीएस सब्जेक्ट छात्रों को क्यों पढ़ाया जाता है पर्यावरण को कैसे बचाना चाहिए पर्यावरण हमारे लिए क्यों जरूरी है आज हम इन सभी सवालों का जवाब इस पोस्ट के माध्यम से देंगे और ईवीएस फुल फॉर्म इन हिंदी भाषा मै।
सरल शब्दों का प्रयोग करके आपको EVS के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे आज की यह पोस्ट बहुत ज्यादा खास होने वाली है आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा तो कृपया पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें तो चलिए अब पोस्ट को शुरू करते हैं।
ईवीएस क्या हैं?
हमारे चारों तरफ जैविक और रसायनिक भौतिक के कारक मजबूत रहते हैं और और यह है जिंदगी जीने के तरीके का निर्माण करते हैं उसी को ईवीएस अर्थ अर्थात पर्यावरण और हमारा वातावरण भी कहा जाता है हमारा पर्यावरण दो तत्वों से मिलकर बनाया जैविक घटक अजैविक घटक।
जैविक घटक?
हमारे चारों तरफ जो जीव है जिनमें जान है जैसे कीड़े मकोड़े, जीव जंतु, पेड़ पौधे सांस लेने वाली हर एक जीव जैविक घटक में आता है और यह हमारे पर्यावरण में शामिल होते हैं।
अजैविक घटक?
अजैविक घटक में निर्जीव वस्तुएं जो सांस नहीं ले सकती जैसे पर्वत, जलवायु, नदियां, पहाड़ आदि हमारे पर्यावरण में शामिल होती हैं और हमारे आसपास का पर्यावरण ही जिंदगी जीने के तरीके का निर्माण करता है पर्यावरण चारों तरफ फैला हुआ है पर्यावरण ही जिंदगी प्रदान करता है।
ईवीएस का पुरा नाम क्या होता हैं | full form of evs |
बता दें कि evs ka full form | environment studies | होता है और जिसको शॉर्ट फॉर्म में EVS का नाम दिया गया है EVS हमारा पर्यावरण अर्थात वातावरण को कहा जाता है पर्यावरण जिंदगी के जीने के तरीके का निर्माण करने वाला एक मूल आधार है।
हमारे पर्यावरण दो घटकों से मिलकर बना है जिसमें पहला घटक जैविक घटक आता है और दूसरे में अजैविक घटक आता है अर्थात संजीव और निर्जीव वस्तुएं हमारे पर्यावरण में शामिल होती हैं जैसे जो सांस लेने जीव होते हैं वह जैविक घटक में आते हैं और जो सांस नहीं ले सकते हैं।
जैसे नदियां पहाड़ पर्वत जलवायु आदि सब अजैविक घटक में आते हैं और इन सभी से मिलकर हमारे चारों तरफ जिंदगी जीने के तरीकों का निर्माण होता है और इस को पर्यावरण अर्थात वातावरण भी कहा जाता है पर्यावरण एक मनुष्य के लिए और हर किसी जीव के लिए बहुत जरूरी होता है पर्यावरण है तो जिंदगी है।
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ईवीएस फुल फॉर्म इन हिंदी | evs full form in hindi |
हिंदी में EVS का फुल फॉर्म | पर्यावरण अध्ययन | होता है जिसको वातावरण भी कहा जाता है जो हमारे चारों तरफ फैला हुआ है और पर्यावरण के कारण ही संभव है पर्यावरण में सांस लेने वाली जीवो से लेकर निर्जीव वस्तुएं तक शामिल होती हैं और यह पर्यावरण का निर्माण करती हैं।
• ईवी – पर्यावरण
• एस – अध्ययन
और इस निर्माण से हमारा पर्यावरण जिंदगी जीने के तरीकों का निर्माण करता है और पर्यावरण के कारण ही जिंदगी संभव है पर्यावरण सभी के लिए बहुत जरूरी होता है पर्यावरण जीवो को जिंदगी देता है।
अगर पर्यावरण ना हो तो जिंदगी संभव ही नहीं होती है इसलिए हमें अपने चारों तरफ पहले वातावरण अर्थात पर्यावरण कहां ख्याल रखना चाहिए।
दोस्तों अब हमने हिंदी भाषा में evs ka full form kya hota hai यह तो अच्छे से जान लिया है तो चलिए अब ईवीएस के बारे में थोड़ी और जानकारी प्राप्त कर लेते हैं तो चलिए आगे बढ़ते हैं।
ईवीएस फुल फॉर्म इन इंग्लिश | evs full form in english |
इंग्लिश भाषा में evs full form | environment studies | होता है ईवीएस अर्थात पर्यावरण को कहा जाता है पर्यावरण की जिंदगी का मूल आधार है पर्यावरण हर सांस लेने वाले जीव के लिए बहुत जरूरी होता है पर्यावरण जीवो को बहुत कुछ देता है।
• EV – ENVIRONMENT
• S – STUDIES
जीने के लिए सांस अर्थात ऑक्सीजन और खाने के लिए अनेकों प्रकार के फल फ्रूट और सब्जियां यह सभी हमारा पर्यावरण ही हमको देता है हमें अपने पर्यावरण की संभाल करनी चाहिए।
और अपने पर्यावरण का हमेशा धन्यवाद करना चाहिए और पर्यावरण हर एक जीव को जिंदगी प्रदान करता है।
अब तक हमने english भाषा में evs ka full form kya hai इसके बारे में अच्छी तरह से एक जान लिया है तो चलिए अब EVS के बारे में और जान लेते हैं।
ईवीएस के कुछ अन्य फुल फॉर्म?
दोस्तों हमने अभी तक एक EVS meaning के बारे में अच्छी तरह से जाना है परंतु अब हम आपको EVS के कुछ अन्य फुल फॉर्म के बारे में बताने वाले हैं जी हां ईवीएस का एक ही फुल फॉर्म नहीं है।
बल्कि इसके और भी बहुत फुल फॉर्म है जिनको हमने ढूंढ निकाला है तो चलिए अब हम EVS के कुछ और अन्य फुल फॉर्म के बारे में जान लेते हैं तो चलिए जानते हैं।
EVS OTHERS FULL FORM :
• ENVIRONMENT STUDIES
• ELECTRONIC VILLAGES SYSTEM
• EAR VOICE SPAIN
• EXTRA VIDEO SERVICE
• ELECTRONIC VEHICLE STABILITY
• EXTRA VEHICLES SUIT
• EMERGENCY VEHICLES SERVICE
• EXTRA VALUE SYSTEMS
• ENHANCED VIDEO SYSTEM
• ELECTRONIC VEHICLE SPEED
• ELECTRONIC VIDEO GAMES STORE
• ELECTRONIC VEHICLE STABILITY SYSTEM
• ELECTRONIC VISION SYSTEM
• EXTRA VALUE STORE
दोस्तों यह हैं EVS के कुछ महत्वपूर्ण अन्य फुल फॉर्म जिनके बारे में अब हमने अच्छी तरह से जान लिया है तो चलिए अब हम ईवीएस के विषय के बारे में और जानकारी प्राप्त कर लेती हैं तो चलिए अब जान लेते हैं।
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ईवीएस सब्जेक्ट छात्रों को क्यों पढ़ाया जाता है?
सभी छात्रों को कक्षा तीसरी शुरू से लेकर स्कूलों में evs subject पढ़ाया जाता है और हाल ही में | UGC | ने जिसका अर्थ है विश्वविद्यालय ने साल 2019 मैं सभी कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में।
evs subject अर्थात पर्यावरण का सब्जेक्ट पढ़ाने का आदेश दिया है और EVS सब्जेक्ट सभी छात्रों को इसलिए पढ़ाया जाता है चलिए आगे जानते हैं।
• ईवीएस अर्थात पर्यावरण का सब्जेक्ट छात्रों को इसलिए पढ़ाया जाता है ताकि उनके मन में पर्यावरण हमारे लिए क्यों जरूरी है यह बताया जा सके।
• सभी छात्रों के दिल में पर्यावरण संभाल की भावना दिल में जाग सके।
• और EVS सब्जेक्ट से छात्रों को यह बताया जाता है कि पर्यावरण की संभाल कैसे की जाती है।
• ईवीएस सब्जेक्ट के माध्यम से आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना होता है।
• EVS सब्जेक्ट से छात्रों को पर्यावरण से मनुष्य को क्या क्या प्राप्त होता है इसके बारे में जागरूक करना है।
• पर्यावरण को प्रदूषण से कैसे बचाना है और अपना पर्यावरण कैसे साफ सुथरा रखना है यह सब EVS Subject में सभी छात्रों को बताया जाता है ताकि छात्र अपने पर्यावरण की सुरक्षा कर सकें।
• छात्र अपने पर्यावरण की सुरक्षा कर सकें और आने वाली पीढ़ी के लिए साफ सुथरा पर्यावरण दे सकें।
दोस्तों खफा हमने पर्यावरण छात्रों को क्यों पढ़ाया जाता है इसके बारे में जान लिया है तो चलिए अब हम जानते हैं कि पर्यावरण सभी मनुष्यों के लिए क्यों अति आवश्यक अर्थात क्यों जरूरी होता है।
पर्यावरण हमारे लिए क्यों जरूरी है?
पर्यावरण हमारे ही नहीं बल्कि सभी मनुष्यों और सभी जीव जंतुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण और जरूरी होता है क्योंकि पर्यावरण जिंदगी जीने के तरीके का निर्माण करता है हम अपने आसपास सभी पेड़-पौधे जीव जंतु मिट्टी पर्वत पहाड़ जलवायु आदि सब देखते हैं।
वह सब पर्यावरण में ही आता है अर्थात यह सब मिलकर पर्यावरण बनाते हैं और इन सब से मिलकर जिंदगी जीने के तरीके का निर्माण होता है तो चलिए जानते हैं पर्यावरण हमारे लिए क्यों जरूरी है।
• पर्यावरण सभी सांस लेने वाले जीवो को ऑक्सीजन देता है और यह ऑक्सीजन पेड़ पौधों से उत्पन्न होती है और यह पेड़ पौधे पर्यावरण में ही आते हैं।
• मनुष्य के लिए खाने-पीने के सभी संसाधन पर्यावरण से ही प्राप्त होते हैं जैसे फल सब्जियां गेहूं आदि सब पर्यावरण में मौजूद मिट्टी में ही उगाए जाते हैं इसलिए पर्यावरण से ही हमें खाने-पीने के संसाधन प्राप्त होते हैं।
• हम सब सुंदर पहाड़ सुंदर पर्वत और विशाल जंगल और खूबसूरत अनेक तरह के फूल यह सब खूबसूरती हम पर्यावरण के कारण ही देख पाते हैं यह सभी खूबसूरती पर्यावरण ही उत्पन्न करता है।
• पर्यावरण मैं दो तरह के जीव रहते हैं एक संजीव और दूसरा निर्जीव संजीव में सभी सांस लेने वाले जीव जैसे मनुष्य कीड़े मकोड़े जीव-जंतु पेड़-पौधे आदि शामिल होते हैं और दूसरा निर्जीव जिनमें जान नहीं होती है।
• जैसे पहाड़ पर्वत नदियां मिट्टी पत्थर आदि शामिल होती है और इन दोनों से मिलकर पर्यावरण का निर्माण होता है और पर्यावरण के निर्माण से जिंदगी जीने के तरीके का निर्माण होता है।
दोस्तों अब हमने पर्यावरण हमारे लिए क्यों जरूरी है यह तो जान लिया है तो चलिए अब हम जानते हैं कि हम अपने पर्यावरण को कैसे बचा सकते हैं या कैसे बचाया जा सकता है तो चलिए जानते हैं।
पर्यावरण को कैसे बचाया जा सकता है?
पर्यावरण हमारे सभी के लिए बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण होता है पर्यावरण जीने के तरीकों का निर्माण करता है मनुष्य अगर सांस ले पाते हैं वह पर्यावरण की वजह से ही होता है क्योंकि पर्यावरण मनुष्य को ऑक्सीजन प्रदान करता है।
और मनुष्य के खाने पीने के सभी संसाधन पर्यावरण से ही प्राप्त होते हैं अर्थात पर्यावरण सभी मनुष्य और सांस लेने वाली हर एक जीव के लिए हर तरह के संसाधन मुहैया करवाता है।
मनुष्य को जीने के लिए सभी संसाधन पर्यावरण से ही प्राप्त होते हैं हमें अपने पर्यावरण को बचाना चाहिए चलिए जानते हैं कि पर्यावरण को कैसे बचाया जा सकता है।
• पर्यावरण को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए जिससे चारों तरफ हरियाली ही हरियाली है प्रदूषित हवा शुद्ध हो जाए।
• हमें किसी भी तरह के प्लास्टिक के लिफाफे नहीं जलाने चाहिए इससे पर्यावरण प्रदूषित हो जाता है हमेशा प्लास्टिक लिफाफा का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए इससे हम पर्यावरण प्रदूषित बचा सकते हैं।
• हमें अपने आसपास की सफाई रखनी चाहिए इससे हमारा पर्यावरण साफ सुथरा रहेगा और पर्यावरण की हवा भी साफ होगी।
• घर का कूड़ा करकट कभी भी खुले में नहीं फेंकना चाहिए क्योंकि खुले में कूड़ा फेंकने से वातावरण प्रदूषित होता है फेकना नहीं चाहिए बल्कि एक गढ्डा जमीन मै करके उस मै घर का सारा कूड़ा डाल देना चाहिए।
• हमें सभी मोटरसाइकिल गाड़ियों ट्रकों आदि मैं निकलने वाला दूषित धुआं रोकना चाहिए क्युकी इन सभी के धुए से हमारा पर्यावरण दूषित होता है।
• पर्यावरण को बचाने के लिए हमें electric vehicle का इस्तेमाल करना चाहिए अर्थात बैटरी पर चलने वाली कार, बाइक, ट्रैक आदि इससे होगा की electric vehicle कभी धुआ नहीं छोड़ेंगी और हमारा पर्यावरण को भी दूषित नहीं करेगी।
दोस्तों यह है कुछ महत्वपूर्ण तरीके जिनसे हम अपने पर्यावरण को दूषित होने से बचा और स्वच्छ बना सकते है हमें अपने पर्यावरण को बचाना चाहिए क्युकी पर्यावरण से हमें जीने के लिए सभी संसाधन प्राप्त होते है।
हमें अपने पर्यावरण की सुरक्षा करनी चाहिए और आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण की सुरक्षा सभाल करने को जागरुक करना चाहिए।
दोस्तों मुझे उम्मीद है की ई EVS का full form क्या होता हैं और इसके अतिरिक्त सभी जानकारी आप को समझ में आ गई होगी और आप को हमारे द्वारा दी गई जानकारी से कुछ नया जरूर सीखने को मिला होगा।
यदि आप को हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी है और इस जानकारी से कुछ सीखने को मिला है तो कृपया आप हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं क्योंकि आपका एक एक कमेंट हमारे लिए बहुमूल्य है पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए आपका दिल से धनयवाद।
दोस्तों यह evs full form पोस्ट अगर आपको हमारी जानकारी अच्छी लगी है तो आप कॉमेंट करके हमें जरूर बताएं और इसे अपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करें और आप हमें फ़ॉलो करना बिलकुल ना भूलें आप हमें फ़ॉलो जरूर करें।Thanks!