CM क्या हैं?CM का फुल फॉर्म क्या होता हैं? cm full form | CM Full Form in Hindi
CM का फुल फॉर्म क्या होता हैं जानें?
![]() |
cm-full-form |
CM का full form क्या होता हैं?
दोस्तों बहुत-बहुत स्वागत है आपका हमारी एक और नहीं शानदार इंटरेस्टिंग पोस्ट में दोस्तों आपने पॉलिटिक्स में CM का नाम तो जरूर सुना होगा परंतु क्या आपने सोचा यह सीएम क्या होता है और इसके अतिरिक्त CM का full form क्या होता है।
और इसके अलावा सी एम को हिंदी और इंग्लिश भाषा में क्या कहा जाता है एक सीएम के पास कितनी शक्तियां होती हैं उस के क्या क्या कार्य होते हैं यदि आप यह नहीं जानते तो घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको CM के विषय के बारे में उपरोक्त सारी जानकारी देने वाले हैं।
और इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आपको सीएम के विषय के बारे में सारी जानकारी प्राप्त हो जाएगी तो कृपया पोस्ट पर शुरू से लेकर अंत तक बने रहे तो चलिए बिना किसी देरी के आज की पोस्ट को शुरू करते हैं।
सीएम क्या हैं? – cm full form in politics?
CM यह राज्य का मुखिया होता है जिसको मुख्यमंत्री कहा जाता है CM का पूरा नाम [ Chief Minister ] होता है और सीएम को हिंदी में [ मुख्य मंत्री ] कहा जाता है और बता दे की वह जिस तरह से केंद्र का मुखिया प्रधानमंत्री होता है।
और वह उसी तरह से राज्य का मुखिया भी (CM) मुख्यमंत्री होता है और यह सन1935 E के तहत वह जैसे की वह देश की जनता के सबसे मुख्य व्यक्ति प्रधानमंत्री होता है और वह वैसे ही हर राज्य का एक CM होता है।
और इसके अतिरिक्त वह राज्य से संबंधित वह सभी तरह के विकास कार्यो की प्रमुख जिम्मेदारी CM की होती है और इसके इलावा वह जनहित के लिए वह बनाई गई सभी तरह की योजनाओं को पास करके वह लागू करवाने का काम CM का ही होता है।
और बता दे की CM का कार्यकाल 5 वर्ष के लिए निर्धारित होता है और वह लेकिन CM के कार्यकाल को वह संविधान में अनिश्तिकाल बताया गया है और बता दे की यह CM को वह विधानसभा में एक बहुमत खत्म होने की स्थिति में त्यागपत्र भी देना पड़ता है यह बहुत महत्वपूर्ण होता है।
साधारण शब्दों में कहें तो वह CM भारत देश के एक राज्य की सरकार के वह चुने हुए प्रमुख है और इसके अतिरिक्त वह यदि किसी राज्य में किसी भी तरह की वह योजना को लोगो के लिए लागू किया जाना होता है।
तो वह उसके लिए वह सभी प्रकार की योजनाओं को वह pass करने का भी काम वह राज्य के CM द्वारा ही किया जाता है और इसके साथ वह राज्य के CM का काम यह भी देखना होता है कि वह अपने राज्य में कहा और कितनी ज्यादा development की जरूरत है।
और वह उसके अनुसार ही वह राज्य सरकार के द्वारा ही वह आर्थिक फैसले भी लिए जाते है और वह उन सभी तरह के कार्यो को करने की मंजूरी भी CM के द्वारा दी जाती है।
CM का फुल फॉर्म क्या होता हैं? – full form of cm?
CM का फुल फॉर्म [ Chief Minister ] होता है CM राज्य का मुखिया होता है जिसको शॉर्ट फॉर्म में CM और मुख्यमंत्री भी कहा जाता है और बता दे की वह सभी राज्यों के CM अलग अलग होते हैं और वह सभी राज्यों में CM का चुनाव द्वारा ही चुने जाते हैं।
अर्थात हर राज्य में सीएम का चुनाव वोटों के द्वारा ही होता है हर 5 साल के बाद सीएम के लिए चुनाव करवाए जाते हैं और जो उम्मीदवार सीएम के बनने के लिए चुनाव में उतरते हैं और लोगों या जनता के द्वारा जिन को ज्यादा वोट मिलते हैं।
फिर उन सभी वोटों को गिना जाता है और जिस उम्मीदवार को लोगों के द्वारा ज्यादा वोट दिए जाते हैं उसी को सरकार के द्वारा सीएम अर्थात राज्य का मुखिया मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त किया जाता है।
और सीएम बनने के बाद सीएम का कार्यकाल अगले 5 वर्ष तक निर्धारित होता है उसके बाद सीएम के लिए फिर से चुनाव होते हैं और ज्यादा वोटों से जीतने वाले को सीएम बनाया जाता है।
दोस्तों अब हमने cm ka full form क्या होता है यह भी जान दिया है चलिए अब इसके अतिरिक्त और ज्यादा जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
सीएम का फुल फॉर्म हिंदी में क्या होता हैं? – cm full form in hindi?
सीएम का फुल फॉर्म हिंदी में [ मुख्य मंत्री ] होता है CM यह किसी राज्य की जनता के द्वारा या आम लोगों के द्वारा वह चुना गया एक व्यक्ति होता है और वह जिसके लिए प्रत्येक 5 वर्ष में एक बार चुनाव होता है।
और चुनाव में जिस उम्मीदवार को लोगों के द्वारा ज्यादा वोट मिलती हैं वह विजेता ही उस राज्य का CM बनता है और वह सीएम बनने के बाद वह अगले 5 वर्षों तक वह उस राज्य का कार्यभार संभालता है।
➨ सी – मुख्य
➨ एम – मंत्री
और बता दे की वह पूरा राज्य 5 वर्षों तक ही CM के शासन में होता है और CM एक राज्य का बहुत सर्वोच्च पद अर्थात बड़ी पोजीशन होती है और इस पद को जनता की वोटों के द्वारा प्राप्त करते वाला उम्मीदवार वह अपने राज्य का सर्वोच्च नेता CM कहलाता है और सीएम राज्य का मुख्यमंत्री होता है।
दोस्तों अभी हमने हिंदी भाषा में cm ki full form kya hai इसके बारे में अच्छे से जान लिया है और समझ भी लिया है चलिए अब आगे बढ़ते हैं और इसके अतिरिक्त और जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
CM का फुल फॉर्म इंग्लिश में क्या होता हैं? – cm full form in english?
CM का फुल फॉर्म इंग्लिश में [ Chief Minister ] होता है जिस तरह से देश में केंद्र सरकार अर्थात प्रधानमंत्री होता है उसी तरह से देश में हर राज्य का अलग-अलग सीएम अर्थात मुख्यमंत्री होता है सीएम राज्य के आम जनता अर्थात लोगों के द्वारा चुना गया एक व्यक्ति होता है।
सीएम के लिए हर पांच साल मै एक बार चुनाव होता है और जनता जिस उम्मीदवार को ज्यादा वोट डाल ती है उसी को अगले पांच सालों के लिए राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाता है।
➨ C – CHIEF
➨ M – MINISTER
अर्थात जिसको CM भी कहा जाता है सीएम का कार्यकाल 5 वर्ष होता है और इन 5 वर्षों में सीएम के ऊपर राज्य की सुरक्षा और राज्य में तरक्की की जिम्मेवारी सीएम के ऊपर होती है और यदि सीएम अपनी सभी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से निभाता है उसको अगली बार जनता द्वारा फिर से सीएम बनाया जाता है।
राज्य का CM कैसे चुना जाता हैं?
CM यह राज्य का मुखिया होता है जिसको मुख्यमंत्री भी कहा जाता है और शॉर्ट फॉर्म में सीएम कहा जाता है और बता दें कि वह जब भी किसी राज्य में CM का चुनाव होता है और वह तो उस राज्य के आम जनता के द्वारा ही यह तय किया जाता है।
और इसके वह चुनाव की सारी वह जिम्मेदारी वह सरकारी चुनाव आयोग की ही होती है और वह जब भी पहली सरकार का कार्यकाल वह खत्म होने वाला होता है और वह उस से कुछ समय पहले ही वह सरकारी चुनाव आयोग के द्वारा ही वह राज्य में CM के लिए चुनाव की घोषणा की जाती है।
और इसके अतिरिक्त वह चुनाव की तारीख की घोषणा करने के बाद ही वह वहां पर ही अचार सहिता भी लगाई जाती है और वह जिससे वह सभी तरह के दलों की पार्टीयो को वह कुछ नियम और साथ ही वह पाबंदियों का पालन भी करना पड़ता है।
और बता दे की वह चुनाव में जो भी पार्टी या उम्मीदवार जीत जाता है और वह तो वह उनको सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाता है और फिर वह जिसके बाद ही उन्हे संविधान की रक्षा की वह सपथ दिलाई जाती है और इसके बाद 5 वर्षों तक सीएम राज्य पर अपना शासन करता है।
CM बनने के लिए क्या क्या योग्यताएं होनी चाहिए?
CM राज्य का मुख्यमंत्री होता है और यह राज्य में प्रत्येक 5 वर्ष के लिए लोगों के द्वारा चुना गया व्यक्ति होता है और सीएम बनने के बाद वह राज्य पर 5 वर्ष तक शासन करता है और सीएम बनने के लिए नीचे दिए गए निम्नलिखित क्वालिफिकेशन या एलिजिबिलिटी होनी चाहिए जो कुछ इस प्रकार है जैसे –
CM ELIGIBILITY AUR QUALIFICATION :
- दोस्तों CM के योग्य बनने के लिए वह यदि अगर आप ज्यादा पढ़े लिखे नही है और तो भी आप बहुत आसानी से किसी भी राज्य के CM के पद पर बैठ सकते है CM बनने के लिए आप भारत के नागरिक होने चाहिए तभी आप सीएम के पद पर विराजमान हो सकते हैं।
- CM बनने के लिए आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक की होनी चाहिए तभी आप CM के लिए योग्य होंगे यह बहुत महत्वपूर्ण होता है।
- दोस्तो हम आप को बता दे की वह ऐसा भी नही है कि वह कोई भी आम व्यक्ति CM के पद पर विराजमान हो सकता है और बता दे की इसके लिए या CM के पद पर बैठने के लिए सबसे पहले वह आपको और आप को एक पार्टी चुननी होगी या अपनी पार्टी बनानी होगी और वह आपकी पार्टी को चुनाव लड़ना होगा और इसके अतिरिक्त वह उस राज्य के चुनाव में वह आप को अपनी वह पार्टी को लोगो को वोटो का बड़ा आंकड़ा भी लाना होगा।
- और बता दे की राज्य के राज्यपाल के द्वारा ही वह आपको सरकार बनाने के लिए वह आमंत्रित किया जाता है और वह राज्यपाल के द्वारा ही वह किसी भी तरह से वह CM पद वह उम्मीदवार से उसकी शिक्षणिक योग्यता के बारे मैं बिल्कुल नही पूछा जाता है और इसके बाद उम्मीदवार सीएम के पद पर नियुक्त किया जाता है।
CM के क्या क्या कार्य होते हैं?
राज्य में सबसे बड़े पद पर नियुक्त CM मुख्यमंत्री होता है और इसका जितना बड़ा पद होता है उतनी ही ज्यादा जिम्मेदारियां और कार्य सीएम के होते हैं सीएम के कार्य निम्नलिखित में नीचे दिए गए हैं जो कुछ इस प्रकार होते हैं जैसे –
WHAT ARE THE FUNCTIONS OF CM :
- CM के पास वह उस राज्य की सबसे बड़ी शक्ति होती है और वह राज्य के CM के पास होती है।
- और इसके अतिरिक्त CM का सबसे पहला कार्य वह मंत्रिपरिषद को बनाने का होता है और इसके साथ ही वह उसके लिए वह सभी तरह के सदस्यों की नियुक्ति करना सीएम का कार्य होता है।
- और वह CM को मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों की संख्या को भी वह निश्चित करता है और और इसके लिए वह नाम एक List तैयार करता है और बता दे की वह यह काम करने में CM के पास स्वतंत्रता प्राप्त होती है और यह बहुत महत्वपूर्ण होता हैं।
- बता दे की यह CM का काम वह सभी पदों के लिए वह मंत्रियों और साथ ही वह विभागों को बांटने का भी कार्य सीएम का होता है।
- और इसके साथ ही वह CM के द्वारा ही वह मंत्रिपरिषद की अध्यक्षता भी की जाती है और वह अन्य किसी भी व्यक्ति को वह मुख्यमंत्री के रहते हुए भी वह इसका कोई अधिकार नही होता है।
- और बता दे की वह राज्य सरकार में वह मंत्रिपरिषद की बैठक वह CM के द्वारा ही बुलाई जाती है और यह बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता है।
- और इसके अतिरिक्त वह राज्यपाल मै वह CM और साथ ही वह मंत्रिपरिषद के बीच मै और वह सभी संबंधित कामों को करता है।
- और उसके बाद वह CM किसी भी तरह के निवेश से वह related या फिर वह विकास के काम की चर्चा निर्णय उसकी CM की अध्यक्षता में ही वह की जाती है और यह बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता है।
- और बता दे की वह किसी राज्य में जितने भी तरह की वह योजनाएं लागू की जाती है और वह या फिर तो वह कैबिनेट में भी लाई जाती है और यह भी मुख्यमंत्री और साथ ही वह मंत्रिपरिषद के साथ मै वह चर्चा के बाद ही बनाई जाती है और यह बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता है।
- और CM के कहने पर ही राज्यपाल वह सभी तरह के उच्च अधिकारियों की नियुक्ति करता है और इसके साथ वह CM राज्य का मुख्यमंत्री वह अपनी पार्टी का भी अध्यक्ष होता है और सीएम एक बहुत बड़ा उच्च पद होता है।
- दोस्तो बता दे की CM वह अपनी मंत्रीपरिषद का प्रमुख मुखिया होता है।
- और सीएम वह मंत्रीपरिषद और साथ ही मुख्यमंत्री का कोई भी फैसला वह इसको एक ही माना जाता है साधारण शब्दों में कहें तो CM का निर्णय ही आखिरी होता है।
- और उसके बाद वह मंत्रियों की नियुक्ति का वह मुख्य अधिकार वह CM के पास ही होता है इसको अगर हम सरल शब्दों में कहें तो वह राज्यपाल उन्ही व्यक्तियों को वह मंत्री की कुर्सी पर नियुक्त कर सकते है वह जिसकी सिफारिश खुद मुख्यमंत्री अर्थात (CM) ने की हो यह मुख्यमंत्री की सबसे बड़ी पावर होती है।
- और इसके इलावा वह सभी मंत्रियों के विभागों का वह वितरण और साथ ही फेरबदल CM ही करते हैं यह सबसे महत्वपूर्ण पावर होती है।
- और वह मंत्रिपरिषद में किसी भी मंत्री के मतभेद वह होने की स्थिति में वह मुख्यमंत्री मंत्री को वह त्यागपत्र देने के लिए भी कह सकते है और वह या तो राज्यपाल के वह समक्ष मै भी CM उस मंत्री को भी बर्खास्त करने का भी सलाह प्रस्तुत कर सकते हैं यह बहुत बड़ी पावर होती है।
- और उसके बाद मै वह कोई मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया होता है तो इस स्थिति में या देश हित में कार्य न करे और वह तब भी CM उस मंत्री को त्यागपत्र देने के लिए कह सकते हैं अर्थात सीएम आसानी से उस मंत्री को बर्खास्त कर सकते हैं।
- और उसके इलावा वह मंत्रिपरिषद और साथ ही वह मंत्रिमंडल की उन सभी बैठकों की अध्यक्षता की भी CM ही करते हैं यह बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता है।
- और उसके बाद वह सभी मंत्रियों की काम मैं उनकी मदद और साथ ही उनका मार्गदर्शन और नियंत्रण रखने का भी वह काम राज्य के मुख्यमंत्री अर्थात CM का होता है।
- बता दे की वह मंत्रिपरिषद और साथ ही वह राज्यपाल के बीच की कड़ी का वह महत्वपूर्ण काम CM ही करते हैं।
- और इसके अतिरिक्त वह CM का कर्तव्य होता है कि वह अपने राज्य के प्रशासन और साथ ही वह अपने राज्य की कानून व्यवस्था सम्बंधी जानकारी वह राज्यपाल को उपलब्ध कराए यह बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता हैं।
- और इसके इलावा वह अपने राज्य के वह महत्वपूर्ण अधिकारियों को जैसे की वह महाधिवक्ता और राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और इसके साथ ही वह उनके सभी सदस्यों के अलावा भी राज्य को निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति राज्यपाल वह (CM) मुख्यमंत्री की परामर्श पर ही करते हैं और सीएम की राज्यपाल में यह पावर होती है।
![]() |
cm-full-form |
CM का वेतन कितना होता हैं?